प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना

भारत जैसे देश में जहाँ स्वास्थ्य सेवाएं कई लोगों की पहुंच से बाहर हैं, वहाँ प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) एक आशा की किरण के रूप में उभरी है। इस योजना का उद्देश्य है — “हर नागरिक को गुणवत्ता युक्त जेनेरिक दवाएं किफायती मूल्य पर उपलब्ध कराना।”

आज हम इस ब्लॉग में विस्तार से जानेंगे कि जनऔषधि योजना क्या है, इसका इतिहास, उद्देश्य, लाभ, कैसे इसका लाभ उठाएं और 2025 तक इसमें क्या बड़े बदलाव और विस्तार होने जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) क्या है?

PMBJP केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है जिसे 2008 में शुरू किया गया था और इसे 2015 से प्रधानमंत्री योजना के रूप में बढ़ावा दिया गया। इसका उद्देश्य है देशभर में जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती और गुणवत्ता युक्त जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराना।

योजना का संचालन कौन करता है?

इस योजना का संचालन ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (BPPI) द्वारा किया जाता है, जो रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत आता है।

2021 में BPPI को नया नाम मिला — Pharmaceutical & Medical Devices Bureau of India (PMBI)

योजना का उद्देश्य

उद्देश्यविवरण
सस्ती दवाएं उपलब्ध करानाब्रांडेड दवाओं के मुकाबले 50% से 90% सस्ती
स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ानागरीब और ग्रामीण इलाकों तक
स्वास्थ्य खर्च में कमीपरिवारों की आर्थिक सुरक्षा
जेनेरिक दवाओं को लोकप्रिय बनानाआम आदमी की सोच बदलना

PMBJP के अंतर्गत कौन-कौन सी चीजें मिलती हैं?

जनऔषधि केंद्रों पर मिलने वाली कुछ मुख्य चीजें:

  • जेनेरिक दवाएं (4000+ दवाएं)
  • सर्जिकल और डिस्पोजेबल आइटम्स
  • आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाएं
  • सैनिटरी नैपकिन, मास्क, थर्मामीटर, ब्लड प्रेशर मशीन आदि

जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं में अंतर

बिंदुब्रांडेड दवाजेनेरिक दवा (PMBJP)
मूल्यमहंगी50–90% सस्ती
गुणवत्ताउच्चउतनी ही गुणवत्ता वाली
ब्रांड नामहोता हैनहीं होता
उपलब्धताकेवल मेडिकल स्टोर्सजनऔषधि केंद्र

नोट: जेनेरिक दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावशाली होती हैं। इन्हें वही सक्रिय तत्वों से बनाया जाता है जो ब्रांडेड दवाओं में होते हैं।

जनऔषधि केंद्र क्या है?

जनऔषधि केंद्र वे मेडिकल स्टोर होते हैं जहाँ केवल PMBJP के तहत सरकारी रेट पर जेनेरिक दवाएं बेची जाती हैं।

2025 तक सरकार का लक्ष्य है – 10,000+ जनऔषधि केंद्र खोलना।

जनऔषधि केंद्र कहाँ-कहाँ हैं?

जनऔषधि केंद्र पूरे भारत में उपलब्ध हैं:

  • शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में
  • सरकारी अस्पतालों के पास
  • निजी भवनों में भी फ्रेंचाइजी आधारित

जनऔषधि केंद्र लोकेटर वेबसाइट पर जाकर अपने नजदीकी केंद्र की जानकारी पाएं।

जनऔषधि योजना के लाभ

लाभविवरण
सस्ती दवाएंब्रांडेड दवाओं से 50%–90% तक सस्ती
स्वास्थ्य में सुधारगरीब और ग्रामीण क्षेत्रों को लाभ
घरेलू खर्च में बचतपरिवारों को राहत
उपलब्धताहर जिले में केंद्र स्थापित
रोजगार सृजनजनऔषधि केंद्र खोलने से स्वरोजगार

PMBJP में 2025 तक क्या बदलाव हो रहे हैं?

  1. 10,000+ केंद्रों का लक्ष्य
    – हर ब्लॉक और जिले में केंद्र खोलना।
  2. डिजिटल प्लेटफॉर्म
    – ऑनलाइन ऐप, ट्रैकिंग सिस्टम, SMS अलर्ट्स।
  3. नवीन उत्पाद जोड़ना
    – कैंसर, डायबिटीज, टीबी, ब्लड प्रेशर जैसी दवाएं शामिल।
  4. ‘जनऔषधि मित्र’ योजना
    – सामुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलाना।
  5. ड्रग ट्रेसिंग सिस्टम
    – दवा की प्रमाणिकता और स्रोत की जानकारी मिल सके।

जनऔषधि केंद्र खोलने का मौका – आप भी बनें हिस्सा

सरकार ने आम नागरिकों को भी जनऔषधि केंद्र खोलने का अवसर दिया है।

पात्रता:

  • B.Pharma या D.Pharma डिग्रीधारी
  • न्यूनतम 120 वर्गफुट की जगह
  • GST नंबर और आधार कार्ड

लाभ:

  • ₹5 लाख तक की सहायता राशि
  • ₹2.5 लाख का कार्यशील पूंजी सहायता
  • महीने के लाभ पर 20% तक मार्जिन

आवेदन करें: janaushadhi.gov.in

कुछ Success Stories

  • बिहार में एक जनऔषधि केंद्र ने 2 वर्षों में 5 लाख रुपये की सेविंग करवाई मरीजों को।
  • गुजरात में एक महिला उद्यमी ने PMBJP केंद्र से अपना स्वरोजगार शुरू किया।
  • उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाके में पहली बार थायरॉइड की दवा ₹15 में उपलब्ध हुई, जो ब्रांडेड ₹120 की थी।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. जनऔषधि केंद्र में कौन-कौन सी दवाएं मिलती हैं?
A: सभी प्रकार की सामान्य, क्रॉनिक और सर्जिकल दवाएं। जैसे: पेरासिटामोल, BP, शुगर, टीबी, कैंसर आदि।

Q2. क्या जेनेरिक दवा सुरक्षित होती है?
A: हाँ, इनकी गुणवत्ता और असर ब्रांडेड दवाओं के बराबर होती है। सभी दवाएं WHO-GMP प्रमाणित हैं।

Q3. डॉक्टर ने ब्रांडेड दवा लिखी है, क्या जनऔषधि से ले सकते हैं?
A: हाँ, फार्मासिस्ट आपको समान असर वाली जेनेरिक दवा देगा।

Q4. क्या कोई भी व्यक्ति जनऔषधि केंद्र खोल सकता है?
A: हाँ, यदि उसके पास आवश्यक योग्यता और स्थान हो।

Q5. PMBJP से कितनी दवाएं सस्ती मिलती हैं?
A: लगभग 4000 से अधिक दवाएं 50% से 90% तक सस्ती दरों पर।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना न केवल एक हेल्थ स्कीम है बल्कि यह देश की स्वास्थ्य प्रणाली को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। 2025 तक इस योजना का विस्तार लाखों लोगों के लिए राहत लेकर आएगा।

अगर आपको या आपके परिवार को सस्ती और गुणवत्तायुक्त दवाओं की आवश्यकता है, तो निकटतम जनऔषधि केंद्र अवश्य जाएं।

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